तुम्हारे ना मिलने का सुख

Advertisements श्वेता शर्मा राय । क्यूँकि मिल जाना परिणति हैएक अंत है उस कहानी का जो सुखद थी।नहीं मिलना एक उम्मीद हैउन सब सुखों की जो ‘हो सकते’ थेजिनका ना होना दर्द नहीं देताकहते हैं यादें टीस होती हैंपर जो हुआ ही ना, उसकी टीस कैसी‘हो जाने’ पर तिलिस्म टूट जाता हैऔर टूटी किरचें चुभती … Continue reading तुम्हारे ना मिलने का सुख