प्रश्नांकन पर विश्वास ने ‘अपने अपने कुरुक्षेत्र’ को प्रासंगिक बनाया

Advertisements नई रचना के लिए प्रेरणा देने का जैसा काम भारत में ‘महाभारत’ ने किया है, शायद किसी और रचना ने नहीं. महेश दर्पण भारतीय संस्कृति के इस आधार ग्रंथ में कथा के जितने तार्किक रूप मिलते हैं, वे अन्यत्र दुर्लभ हैं. संभवतः इसी कारण कहा गया होगा कि अब जो भी श्रेष्ठ रचा जाएगा, … Continue reading प्रश्नांकन पर विश्वास ने ‘अपने अपने कुरुक्षेत्र’ को प्रासंगिक बनाया