विश्व हिंदी दिवस के मौके पर भारत की विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने सभी प्रवासी भारतीयों को शुभकानाएं दीं.
एक वीडियो के जरिए विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि विदेशों में हिंदी भाषा का बढ़ता अध्ययन भारत को विश्व भर के अनेक देशों और उनके नागरिको से प्रभावी तौर से जोड़ता है।
उन्होंने कहा, “भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति की समृद्धि विदेशियों को हिंदी सीखने के लिए आकर्षित कर रही है. भाषा ज्ञान, साहित्य, शांति और स्नेह की भाषा है.”
सुश्री लेखी ने सभी से हिंदी में बात करने का अनुरोध किया. उन्होंने, “आज हमें हमारे राजभाषा और भारत की सबसे बड़ी भाषा हिंदी के प्रति अपने कर्तव्यों का भी स्मरण करना है. मैं आप सबसे अनुरोध करूंगी की आप आपस में हिंदी में वार्तालाप करें और इस प्रकार आप भारत के मूल संस्कारों और सरोकारों से जुड़े रह सकते हैं.”
10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. इसके साथ ही भारत स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है.
इस अवसर पर सुश्री लेखी ने भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया. उन्होंने कहा, “संपूर्ण विश्व में मनाया जा रहा अमृत महोत्सव हमें आज़ादी के उन मतवालों का स्मरण कराता है जिन्होंने अपने आप को भारत की स्वतंत्रता के लिए पूर्णता अर्पित कर दिया.”
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“देश प्रेम की लौ को जलाये रखने में भारत की सभी भाषाओं के कवियों एवं साहित्यकारों ने वाहन योगदान दिया था. हिंदी भाषा का भी इसमें असीम योगदान रहा है. हिंदी भाषा को विश्व स्तर पर स्थापित करने में कई सकारात्मक पहल मिली है और आज विश्व के बहुत देशों में हिंदी का प्रकरण पाठन हो रहा है.”
“आप सब को पुन विश्व हिंदी दिवस और नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं. जय हिंद, जय हिंदी. भारत माता की जय.”